जोधपुर जिले का सामान्य परिचय
जोधपुर शहर की स्थापना 1459 ईस्वी में राठौर शासक राव जोधा ने की थी।
जोधपुर में मेहरानगढ़ दुर्ग बना हुआ है जिसे जोधपुर दुर्ग भी कहा जाता है। इस मेहरानगढ़ दुर्ग का निर्माण 1459 ईसवी में चिड़िया टूक पहाड़ी पर करवाया गया था।
जोधपुर जिले का क्षेत्रफल कितना है : 22850 वर्ग किलोमीटर।
जोधपुर जिले के उपनाम/प्राचीन नाम : मारवाड़, सूर्य नगरी, मरुधर, मरूवाड़, मरुकांतार प्रदेश, राजस्थान की ब्लू सिटी, थार मरुस्थल का प्रवेश द्वार।
जोधपुर की अक्षांशीय स्थिति : 26 डिग्री उत्तरी अक्षांश से 27 डिग्री 37 मिनट उत्तरी अक्षांश तक।
जोधपुर की देशांतरीय स्थिति : 72 डिग्री 55 मिनट पूर्वी देशांतर से 73 डिग्री 52 मिनट पूर्वी देशांतर तक।
जोधपुर जिले के प्रमुख मेले एवं त्यौहार
नाग पंचमी का मेला : यह मेला जोधपुर के मंडोर क्षेत्र में भादवा सुदी पंचम को भरता है।
फलौदी मेला : यह मेला जोधपुर के फलौदी में माघ सुदी नवमी को भरता है।
कापरड़ा पशु मेला : यह मेला जोधपुर के कापरड़ा में पौष सुदी 8 से 13 तक भरता है।
धींगागवर बेंतमार मेला : यह मेला जोधपुर में वैशाख कृष्णा तृतीया को भरता है।
वीरपुरी का मेला : यह मेला जोधपुर के मंडोर क्षेत्र में श्रावण का अंतिम सोमवार को भरता है।
बैजनाथ मेला : यह मेला मंडलनाथ में श्रावण के सोमवार को भरता है।
खेजड़ी वृक्ष मेला : यह मेला जोधपुर के खेजड़ी क्षेत्र में भाद्रपद शुक्ला दशमी को भरता है।
बाबा रामदेव जी का मेला : यह मसूरिया जोधपुर में भादवा सुदी दूज को भरता है।
जोधपुर जिले के प्रमुख मंदिर
अधरशीला रामदेव मंदिर
महामंदिर
सचिया माता का मंदिर, ओसियां
नागणेची माता का मंदिर, मंडोर
लटियाला माता का मंदिर, फलोदी
चामुंडा माता का मंदिर, मेहरानगढ़
आई माता मंदिर, बिलाड़ा
जोधपुर जिले में प्रमुख शिक्षण संस्थान
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय
राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय
डॉ॰एस.एन. मेडिकल कॉलेज
एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज
भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.)
आयुर्वेद विश्वविद्यालय
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)